सिविल सेवा परीक्षा के लिए कला और संस्कृति की तैयारी कैसे करें?


सिविल सेवा परीक्षा के लिए कला और संस्कृति की तैयारी कैसे करें?

Indian Heritage & Culture

कला और संस्कृति सिविल सेवा की प्रारंभिक एवं मुख्य परीक्षा में छात्रों के सम्मुख सबसे अधिक कठिनाई पेश करता है। इसका एक बड़ा कारण छात्रों को इस खंड के लिए पुस्तकों और अध्ययन सामग्री के बारे में कोई जानकारी न होना है। यद्यपि इस खंड से संबंधित अध्ययन सामग्री की उपलब्धता कम नहीं है लेकिन ऐसी कोई मानक पुस्तक नहीं उपलब्ध है जो कला एवं संस्कृति के बारे में गहन विचार दे और कला और संस्कृति से संबंधित प्रश्नों को हल करने के लिए आत्मविश्वास प्रदान करे। हर साल प्रश्नों की अत्यधिक गतिशील प्रकृति ने प्रारंभिक परीक्षा में सिविल सेवा के उम्मीदवारों को परेशान किया है।

इस लेख में हम कला और संस्कृति को क्या पढ़ें और कैसे पढ़ें जैसे सवालों से रूबरू होंगे ।

भारत की कला और संस्कृति का भारत के प्राचीन और मध्यकालीन इतिहास से गहरा संबंध है। उभरती प्रवृत्ति का विश्लेषण करते हुए, हमने निष्कर्ष निकाला कि सिविल सेवा परीक्षा में पूछे गए प्रश्न भारत के प्राचीन, मध्यकालीन इतिहास और समसामयिक मामलों से जुड़े हुए हैं। छात्रों को सिविल सेवा के तैयारी शुरू करने से पहले प्रीलिम्स के साथ-साथ मुख्य परीक्षा के लिए सिविल सेवा के पाठ्यक्रम का बुनियादी ज्ञान रखने की सलाह दी जाती है। पाठ्यक्रम को पूरी तरह से समझने से छात्रों को कला और संस्कृति के लिए अध्ययन सामग्री के बारे में जानकारी प्राप्त करने में मदद मिल सकती है।

विषय की विविधता और बाजार में अध्ययन सामग्री की प्रचुरता को देखते हुए एक उचित अध्ययन सामग्री के चयन सम्बन्धी संक्षिप्त सूची बनाना भी बहुत महत्वपूर्ण है। एक उम्मीदवार का सही प्रकार की अध्ययन सामग्री का चयन भी इस संबंध में बहुत महत्वपूर्ण हो जाता है। इस विशेष खंड की तैयारी के संबंध में कुछ पुस्तकों और संदर्भ सामग्री का अनुसरण किया जा सकता है।

IAS परीक्षा के लिए कला और संस्कृति सम्बन्धी पुस्तकें एवं संसाधन:

अध्ययन सामग्री के बारे में जानकारी प्राप्त करने के बाद,

आइए उन खण्डों पर एक नज़र डालते हैं जिन पर ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता है:

  • भारतीय वास्तुकला
  • भारतीय संगीत
  • भारतीय मूर्तिकला
  • भारतीय चित्रकारी
  • भारतीय हस्तशिल्प
  • भारत में विरासत स्थल
  • भारतीय कला
  • भारतीय नृत्य रूप
  • भारतीय भाषाएं
  • भारत में धर्म
  • भारतीय साहित्य
  • दर्शनशास्त्र के स्कूल
  • पुरस्कार और सम्मान
  • मार्शल आर्ट
  • सांस्कृतिक संस्थान
  • विभिन्न आंदोलन

इन खण्डों को लक्षित करने के बाद सबसे महत्वपूर्ण बात जो ध्यान में रखनी चाहिए, वह यह है कि स्थैतिक भाग को पूरी तरह से कला और संस्कृति से संबंधित समसामयिक मामलों से जोड़ा जाना चाहिए।

द हिंदू, इंडियन एक्सप्रेस, पीआईबी आदि जैसे महत्वपूर्ण समाचार पत्र समसामयिकी को कवर करने में मदद कर सकते हैं। कला और संस्कृति के लिए पूरी रणनीति, हाल ही में खबरों में रही सुर्ख़ियों के इर्द-गिर्द घूमती होनी चाहिए। यूपीएससी द्वारा पूछे गए प्रश्नों की प्रवृत्ति का विश्लेषण कला और संस्कृति अनुभाग से यूपीएससी के पिछले वर्ष के प्रश्नों के माध्यम से किया जा सकता है।

उदाहरण के लिए वर्ष 2019 में कर्नाटक के कनगनहल्ली के बारे में पूछा गया प्रश्न हाल ही में चर्चा में रहा। हमने देखा है कि यूपीएससी द्वारा इस खंड से पूछे गए अधिकांश प्रश्न चर्चा में थे। इसलिए कला और संस्कृति को इस तरह से तैयार करने की सलाह दी जाती है कि इसमें कला और संस्कृति से संबंधित प्रमुख समसामयिक मुद्दों को शामिल किया जाए।

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