नुआखाई त्योहार (Nuakhai Festival )

चर्चा में क्यों:
- नुआखाई ओडिशा में मनाया जाने वाला एक वार्षिक फसल उत्सव है।
- गणेश चतुर्थी के एक दिन बाद मनाया जाने वाला यह त्योहार पश्चिमी ओडिशा में सबसे शुभ और महत्वपूर्ण सामाजिक त्योहार है।
मुख्य तथ्य:
- नुआखाई में, नुआ का अर्थ है नया और खाई का अर्थ है भोजन।
- नुआखाई का त्योहार ओडिशा के किसानों द्वारा फसल की कटाई के बाद मनाया जाता है।
- इस त्योहार पर, उड़िया लोग, यहां तक कि दूर देशों में रहने वाले लोग भी उत्सव का हिस्सा बनने के लिए अपने मूल स्थानों पर लौट जाते हैं।
- त्योहार नए कपड़े पहनकर और भगवान से प्रार्थना करके मनाया जाता है,
- जिसके बाद एक दावत होती है और नई कटी हुई फसलों का उपयोग करके तैयार भोजन का सेवन किया जाता है।
- नुआखाई त्योहार पश्चिमी ओडिशा और झारखंड में सिमडेगा के आसपास के क्षेत्रों में मनाया जाने वाला सबसे प्रसिद्ध सामाजिक त्योहार है।
- ऐसा ही एक त्योहार नबन्ना का है जो तटीय ओडिशा में मनाया जाता है।
- स्थानीय किंवदंतियों के अनुसार, नुआखाई उत्सव सबसे पहले वैदिक काल में शुरू हुआ जब ऋषियों ने पंचयज्ञ पर विचार-विमर्श किया।
- पंचयज्ञ का एक हिस्सा प्रलंबन यज्ञ था जिसमें नई फसल की कटाई और उन्हें देवी मां को अर्पित करने का त्योहार मनाया जाता था।
- ओडिशा में त्योहारों की जीवंत संस्कृति है
- और नुआखाई त्योहार ओडिशा में मनाए जाने वाले 13 त्योहारों में से एक है।
- इसे स्थानीय ओडिया भाषा में ‘बारा मस्सा रे तेरा पर्व’ (नुआखाई महोत्सव) के रूप में जाना जाता है।