मलेरिया न फैलाने वाले मच्छर (Mosquitoes that don’t spread malaria)

चर्चा में क्यों
- हाल ही में वैज्ञानिकों ने आनुवंशिक रूप से संशोधित मच्छरों को विकसित किया है।
- इन मच्छरों में अपनी आंत में मलेरिया पैदा करने वाले परजीवियों के विकास को धीमा करने की काबिलियत है।
- यह एक ऐसी प्रगति मानी जा रही है जो इंसानों में मलेरिया जैसी बीमारी फैलने से रोकने में मदद कर सकती है।
क्या है मलेरिया ?
- मलेरिया विश्व स्तर पर सबसे विनाशकारी बीमारियों में से एक है
- जिससे दुनिया की लगभग आधी आबादी को खतरा है।
- 2021 में इसने 241 मिलियन लोगों को संक्रमित किया और 627,000 लोगों की जान ली।
- यह मादा एनोफिलीज मच्छर (वेक्टर) के काटने से होता है यदि मच्छर स्वयं मलेरिया परजीवी से संक्रमित होता है।
- मलेरिया परजीवी पांच प्रकार के होते हैं – प्लास्मोडियम फाल्सीपेरम, प्लास्मोडियम वाइवैक्स (सबसे आम), प्लास्मोडियम मलेरिया, प्लास्मोडियम ओवले और प्लास्मोडियम नोलेसी।
वैज्ञानिकों की खोज:
- मलेरिया परजीवी मच्छर की आंत में अपने अगले चरण में विकसित होते हैं
- ये आम तौर पर मच्छरों की लार ग्रंथियों पर सक्रीय हो जाते हैं जब ये किसी व्यक्ति को काटने वाले होते हैं
- वैज्ञानिकों ने मच्छरों को ऐसे यौगिक बनाने के लिए बायोइंजीनियर किया है जो मलेरिया पैदा करने वाले परजीवियों के विकास को धीमा कर देते हैं।
- उप-सहारा अफ्रीका क्षेत्र में इस आनुवंशिक रूप से संशोधित मलेरिया-वाहक मच्छर की प्रजाति, एनोफ़ेलीज़ गैम्बिया ने अपनी आंत में रोगाणुरोधी पेप्टाइड्स का उत्पादन किया
- ऐसा मच्छर की प्रजाति द्वारा तब किया गया जब वे इंसानी खून पी रहे थे
- इस इनोवेशन को इस तरह से डिजाइन किया गया है कि इसे मौजूदा ‘जीन ड्राइव’ तकनीक के साथ जोड़ा जा सके ।
जीन ड्राइव तकनीक क्या है
- जीन ड्राइव आनुवंशिक इंजीनियरिंग की एक प्राकृतिक प्रक्रिया और तकनीक है
- संभाव्यता को बदलकर पूरी आबादी में जीन के एक विशेष सूट का प्रचार करती है।
- दवाओं, टीकों और मच्छर नियंत्रण के संयोजन में जीन ड्राइव मलेरिया के प्रसार को रोकने और मानव जीवन को बचाने में मदद कर सकता है।