वृद्ध व्यक्तियों का अंतर्राष्ट्रीय दिवस (International Day of Older Persons)

चर्चा में क्यों:
- 1 अक्टूबर को दुनिया भर में वृद्ध व्यक्तियों के अंतर्राष्ट्रीय दिवस के रूप में मनाया जाता है।
- इस दिन की शुरुआत संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा वृद्ध व्यक्तियों के योगदान का सम्मान करने और उनके सामने आने वाली समस्याओं को देखने के उद्देश्य से की गई थी।
इतिहास:
- संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 14 दिसंबर, 1990 को 1 अक्टूबर को अंतर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस के रूप में मनाने प्रस्ताव पारित किया था ।
- यह दिन वियना इंटरनेशनल प्लान ऑफ एक्शन ऑन एजिंग पहल के बाद अस्तित्व में आया
- इसे 1982 में वर्ल्ड असेंबली ऑन एजिंग द्वारा अपनाया गया था।
- 1991 में संयुक्त राष्ट्र महासभा ने वृद्ध व्यक्तियों के लिए संयुक्त राष्ट्र के सिद्धांतों को मंजूरी दी।
- बाद में 2002 में, एजिंग पर द्वितीय विश्व सभा ने एजिंग पर मैड्रिड इंटरनेशनल प्लान ऑफ एक्शन को अपनाया।
- यह 21 वीं सदी में पुरानी पीढ़ी के सामने आने वाले अवसरों और चुनौतियों को दूर करने और समझने और सभी उम्र के लिए एक समाज के विकास को बढ़ावा देने के लिए किया गया था।
अंतर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस की थीम:
- इस वर्ष अंतर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस की थीम ‘बदलती दुनिया में वृद्धजनों का अनुरूपण‘ है।
- इस विषय को बाधाओं पर काबू पाने और उनके समाधान में सकारात्मक योगदान देने में बुज़र्गों की महत्वपूर्ण भूमिका की याद दिलाने के घोतक के रूप में देखा जा सकता है।